*** प्यार का एहसास *** ---------------------------------- Nishigandha अलविदा आपने कहा हम तो विदा हो चले... साथ मे खामोश प्यार का जनता लेचले.... घूट घूट के जी लेगे हम ' आह ' तक न निकालेगे जब याद तुम्हारी आएगी दो आसू बहा देंगे.... कफन तो ओढ दिये जनता उठाकर तेरे खामोश प्यार का एहसास भूले नही भूलता... क्यू याद आते हो बार बार... गमो को दुनिया मे बहाने को न वादा न शिकवा था फिर भी प्यार का एहसास क्यों था ! ( Nishigandha) 24-05-2014
by Nishi Srinivas
from kavi sangamam*కవి సంగమం*(Poetry ) http://ift.tt/1jNGRxc
Posted by Katta
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